नई दिल्ली ( रामदेव द्विवेदी, ऊँ टाइम्स) यूपी में 24 फरवरी के बाद एक के बाद एक चार शूटर मारे गए। हमारे ऊँ टाइम्स के विशेष संवाददाता अभिषेक द्विवेदी की रिपोर्ट के मुताबिक अतीक के बेटे असद को दो दिन पहले ही गुरुवार दोपहर एसटीएफ ने झांसी में शूटर गुलाम समेत ढेर किया था। शनिवार को करीब साढ़े दस बजे असद को कसारी के पुश्तैनी कब्रिस्तान में दफन किया गया था। तमाम तरह की आशंकाओं और पुलिस चौकसी के बीच माहौल तनाव भरा था, इसी बीच रात में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को भी काल्विन अस्पताल परिसर में सूटरों ने गोली मारकर उतार दिया मौत के घाट ।
1979 में चकिया में कत्ल की पहली वारदात के बाद अतीक अहमद ने अपराध का सिलसिला शुरू कर दिया था। वह एक के बाद एक अपराध को अंजाम देता जा रहा था। उसके सामने कोई खड़ा होने वाला नहीं था। 1980 के दशक में चांद बाबा ने आतंक फैला रखा था। अतीक अहमद ने जब पैर पसारना शुरू किया तो चांद बाबा से उसका टकराव शुरू हो गया। चांद बाबा और अतीक के गिरोह के बीच अक्सर चाकू, पत्थर और बम चलने लगे थे।
1989 में पहली बार विधायक का चुनाव चुने जाने के बाद अतीक अहमद ने अपनी बादशाहत कायम करने का प्रयास शुरू किया और आखिरकार चांद बाबा को भी रोशन बाग में मार गिराया।चांद बाबा के मारे जाने के बाद अतीक ने खुलकर गुंडई शुरू कर दी थी। वह एक बाद एक कत्ल करता गया। रंगदारी उगाही, धमकी, जमीन पर कब्जा करना उसका रोज का काम हो गया था। जिसने भी आवाज उठाई, उसे मार दिया और शांत कर दिया। झलवा की सूरजजकली के पति को भी 12 बीघा जमीन हड़पने के लिए मार दिया था।
इन सबके बाद 2005 में राजू पाल हत्याकांड और गवाह उमेश पाल का अपहरण कर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ने यूपी पुलिस को खुलकर चुनौती दी। दोनों पकड़े गये और कुछ दिन बाद छूटकर आ गए। राजू पाल हत्याकांड और उमेश पाल अपहरण कांड का मामला यूं ही चलता रहा। उमेश पाल मुकदमें की पैरवी करते रहे। इसी बीच 24 फरवरी को उमेश पाल और दो गनर को सुलेम सराय में जीटी रोड पर गोलियों से छलनी कर दिया गया। इस हत्याकांड के बाद पुलिस शूटरों की तलाश में लगी थी, तभी एमपी-एमएलए अदालत ने उमेश पाल अपहरण कांड में अतीक अहमद को उम्र कैद की सजा सुना दी। अतीक और अशरफ को वापस जेल भेज दिया गया था। पुलिस ने वापस वहां से लाने की अर्जी दी तो अतीक और अशरफ ने खुद की हत्या की आशंका जताई थी। दोनों को साबरमती और बरेली जेल से प्रयागराज में नैनी जेल लाया गया था । गुरुवार दोपहर अतीक और अशरफ को जब सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया था तभी झांसी में अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम को ढेर कर दिया गया। बेटे के मारे जाने के बाद अतीक और अशरफ गम में डूबा था। उनके रोने की भी खबरें मीडिया में आ रही थी। शनिवार को अतीक के बेटे असद को दफन किया गया तब भी अतीक पुलिस कस्टडी में रो रहा था। और फिर दिनांक 15 अप्रैल 2023 की रात में यह घटना हुआ, जिसमें अतीक सहित उसके भाई अशरफ को भी गोली मारकर माफियाराज का शूटरों ने अंत कर दिया। फिलहाल इस घटना को अंजाम देने व दिलाने में किस किस की भूमिका है, यह अभी पता नहीं चल पाया है!

थाना उसका बाजार क्षेत्र में सोंहास सुमाली के तेनुआ में फंदे से लटकता हुआ मिला एक बुजुर्ग का शव
सिद्धार्थनगर (ऊँ टाइम्स) इस जिले के तहसील शोहरतगढ़ अन्तर्गत स्थित थाना उसका बाजार क्षेत्र के ग्राम पंचायत सोंहास सुमाली के तेनुअहवा में आज दिनांक 17