लखनऊ (अभिषेक द्विवेदी, विशेष संवाददाता, ऊँ टाइम्स) अतीक का बेटा असद और उसका साथी शूटर गुलाम यूपी एसटीएफ के मुठभेड़ में किये गए ढेर! योगी जी के राज में अब तक हुए 10 हजार से ज्यादा एनकाउंटर! बहुचर्चित माफिया अतीक अहमद का बेटा और पांच लाख का इनामी असद उसके साथी गुलाम गुरुवार को झांसी में एसटीएफ की मुठभेड़ में हुए ढेर । 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की सुलेम सराय में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गई थी। उक्त वारदात के बाद असद सहित पांच अभियुक्तों पर पांच पांच लाख का किया गया था इनाम घोषित। बताया जा रहा है कि असद और गुलाम 15 दिन तक दिल्ली में पनाह लेने के बाद यहां से भाग निकले थे। मगर दिल्ली में पकड़े गए असलहा तस्कर और ड्राइवर से मिले सुराग के आधार पर डिप्टी एसपी नवेंदु कुमार की टीम ने उनका पीछा किया और मुठभेड़ में मार गिराया। 24 फरवरी को सुलेम सराय में जीटी रोड पर अधिवक्ता उमेश पाल और दो सरकारी गनर को अतीक अहमद के बेटे असद, गुलाम, साबिर, अरमान और विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने गोली तथा गुड्डू मुस्लिम ने मारा था बम। उक्त घटना के तीसरे रोज हुआ था पहला एनकाउंटर – उमेश पाल की हत्या के तीसरे रोज पुलिस ने शूटरों की कार के ड्राइवर अरबाज को नेहरू पार्क के जंगल मे मार गिराया था। कुछ दिन बाद एक और शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान कौंधियारा इलाके में एसओजी के साथ एनकाउंटर में मारा गया था।
उत्तर प्रदेश में अब तक 10 हजार से ज्यादा एनकाउंटर-
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जैसे ही राज्य की बागडोर संभाली, राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार करना उनकी प्राथमिकता बन गई। सरकार ने माफिया और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई और ऐसे लोगों पर कार्रवाई तेज कर दी है।
उनकी सरकार आने के बाद एनकाउंटरों की संख्या में एकाएक उछाल देखने को मिला। सरकार का दावा है कि पिछले 6 सालों में राज्य की पुलिस 10 हजार से ज्यादा मुठभेड़ों का सामना कर चुकी हैं, जिसमें 65 अपराधी मारे जा चुके हैं। जारी आंकड़ों के अनुसार, एक पुलिस कर्मी भी शहीद हुआ है।
राज्य सरकार द्वारा जारी आंकड़ों में कहा गया है कि मुठभेड़ों की संख्या के मामले में 2017 के बाद से सबसे अधिक 3,152 मुठभेड़ों के साथ मेरठ राज्य में टॉप पर है, जिसमें 63 अपराधी मारे गए और 1708 अपराधी घायल हुए।
इसी अवधि के दौरान, मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी भी शहीद हो गया, जबकि 401 पुलिसकर्मी घायल हो गए। उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई के दौरान कुल 5,967 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।