सिद्धार्थनगर (आर. डी. द्विवेदी, ऊँ टाइम्स) सिद्धार्थनगर जिले के तहसील बांसी अंतर्गत स्थित ग्राम गजहड़ा में मौजूद राम जानकी मंदिर जिसके मौके के सर्वराकार राधेकांत मिश्रा है, इस मंदिर की प्रॉपर्टी लगभग दो सौ वर्ष पूर्व भगवती मिश्रा F/O स्वर्गीय जगन्नाथ F/O स्वर्गीय राम बुझारत F/O राधे कांत मिश्रा द्वारा 11 नंबरों को राम जानकी मंदिर हेतु साधु देवकली दास के नाम किया गया था ,इनके देहांत के बाद यह प्रॉपर्टी उनके चेला महादेव दास के नाम दर्ज हुआ, फिर महादेव दास के देहांत के पश्चात उनके चेला नारायण दास के नाम से दर्ज हुआ, फिर उनके देहांत के पश्चात सभी प्रॉपर्टी उनके चेला उजागिर दास के नाम दर्ज हुआ यह प्रॉपर्टी वा धार्मिक स्थल, इसके बाद उक्त सभी प्रॉपर्टी के संबंध में राधे कांत मिश्रा पुत्र स्वर्गीय राम बुझारत मिश्रा द्वारा सिविल कोर्ट सिद्धार्थनगर में वाद दाखिल किया गया जिसमें इनके मांग को न्यायालय द्वारा स्वीकार कर राम जानकी मंदिर के पक्ष में न्यायालय द्वारा हमेशा हमेशा के लिए डिक्री दिया जा चुका है ! मौके पर इस मंदिर के पैरोकार (सर्वराकार) राधे कांत मिश्रा उन्हीं स्वर्गीय भगवती प्रसाद मिश्रा के वंशज हैं जिन्होंने पहली बार यह प्रॉपर्टी राम जानकी मंदिर के लिए साधु देवकली दास को दिया था, इस प्रॉपर्टी में मौके पर राधे कांत मिश्रा द्वारा यहां पर राम जानकी मंदिर का पुनर्निर्माण, यज्ञशाला का निर्माण, प्रवचन मंच का निर्माण, कंक्रीट मार्ग आदि का निर्माण अपने निजी धन द्वारा कराया गया है! यही नहीं इस मंदिर पर राधे कान्त मिश्रा द्वारा हर साल यज्ञ व प्रवचन भी कराया जाता है जिसके खर्च का वाहन भी राधे कांत मिश्रा अपने निजी धन से करते चले आ रहे हैं! मौके पर इस मंदिर की व्यवस्था और साफ-सफाई व पूजा-पाठ का कार्य इस क्षेत्र में ख्याति की चर्चा का विषय बना हुआ है!

पाकिस्तानी गोलीबारी में 16 निर्दोषों की गई जान
नई दिल्ली (ऊँ टाइम्स) 07 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान, भारत ने अपनी प्रतिक्रिया को केंद्रित, मापा हुआ और गैर-उग्रवादी