वाराणसी (ऊँ टाइम्स) सिविल इंजीनियर ओमप्रकाश सोनकर की गिरफ्तारी के बाद छठे दिन बुधवार को सीबीआइ की टीम फिर बरेका धमक पड़ी। उसने न सिर्फ कई कर्मियों से पूछताछ की, बल्कि फाइलों को खंगालने के साथ कई रिकार्ड को भी जब्त किया। उसके खाता संचालन से जुड़ी जानकारियां भी बैंकों से एकत्रित की गईं।बरेका में सीबीआइ की टीम दिन में पहुंचने के बाद महाप्रबंधक अंजली गोयल से अनुमति लेकर काम पर लग गई। टीम देर रात तक रिकार्ड को खंगालती रही। करीब आधा दर्जन लोगों से एक-एक कर पूछताछ भी की। सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ के हाथ कई अहम जानकारियां लगी हैं। प्रथम दृष्टया उससे जुड़ी फाइलों में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ियां मिली हैं और इसकी आंच औरों पर भी आ सकती है।
फिलहाल सीबीआइ अभी बरेका में बनी रहेगी। इससे संबंधितों के होश उड़े हुए हैं। उधर, महाप्रबंधक ने सभी विभागाध्यक्षों के संग बैठक कर उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश दिया। एक बार स्पष्ट किया गया है कि किसी का किसी स्तर पर बिल न अटके। कहीं कोई बात रहे तो तुरंत उससे उन्हें अवगत कराया जाय।
इसके पूर्व सीबीआइ की टीम 15 सितंबर को शिकायत करने वाले ठेकेदार राजू के साथ बरेका के सिविल इंजीनियर ओपी सोनकर के चेंबर में पहुंची थी। ओमप्रकाश सोनकर ने वहां पैसा न लेकर अपने आवास राना नगर कालोनी, फुलवरिया बुलाया था, जहां 16 सितंबर को ठेकेदार ने उसे तीन लाख रुपये दिए थे, जिसे सीबीआइ ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया था।
सीबीआइ की टीम ने बुधवार को बरेका में जांच-पड़ताल की। बरेका की तरफ से सीबीआइ का पूरा सहयोग किया जा रहा है। चूंकि पूरे मामले को सीबीआइ देख रही है, इसलिए बहुत कुछ बताने को है नहीं।