सिद्धार्थनगर (रामदेव द्विवेदी, ऊँ टाइम्स) उत्तर प्रदेश के महाठग साइन सिटी के निदेशक राशिद नसीम ने लोगों को प्लाट, रुपये दोगुना करने, सोने और हीरे में निवेश कराने एवं अन्य लुभावनी योजनाओं में फंसाकर 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी की। अब सारा माल समेट कर वह दुबई से ठगी का नेटवर्क चला रहा है और जार्जिया की नागरिता लेने की फिराक में है। राशिद नसीम की पत्नी और भाई समेत उसकी कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी समेत करीब 50 आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
इस महाठग के खिलाफ देश भर में पांच हजार से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। 400 से अधिक मुकदमे तो सिर्फ लखनऊ के गोमतीनगर थाने में ही दर्ज हैं। इनकी जांच इओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) कर रही है। इसके अलावा राशिद के खिलाफ ईडी भी काईवाई कर रही है। राशिद नसीम प्रयागराज करेली के जीबीटी नगर का रहने वाला था।
राशिद नसीम 50 लाख के बेड और 20 लाख के सोफे पर सोता था – राशिद नसीम हजरतगंज डालीबाग ग्रैंडियर छह अपार्टमेंट के चौथे तल पर पेंटा हाउस बना रखा था। पेंटा हाउस में ही वह रहता था। यहां पर वह करकीब 50 लाख रुपये कीमती बेड पर सोता और 20 लाख के सोफे पर सोता था। चांदी की तरह सोफे पर परत चढ़ी थी जो काफी चमचमा रहा था। लाखों रुपये कीमत के विदेशी एंटिंक आइटम रखे था। सोफा, डायनिंग टेबल, रेस्ट चेयर लाखों रुपये कीमत की थी। इसके अलावा रंग बदलती महंगी लाइटें, रेस्ट चेयर, लक्जरी बाथरूम, उसमें लगी एक-एक टोंटी (टैब) की कीमत हजारों रुपये है। बाथ डब, हजारों रुपये कीमत का विदेशी लाइटर, टैरिस गार्डेन और वहां पर लगे महंगे झूले देखकर पुलिस कर्मियों की आंखे खुली रह गए। टीम के मुताबिक बहुत सुख सुविधाओं के साथ राशिद यहां रहता था। बेड रूम, ड्राइंग रूम में बहुत से विदेशी एंटिक आइटम रखे हुए थे। जिनकी कीमत लाखों रुपये है। पुलिस ने सारा सामान जब्त कर लिया था। इसके बाद पेंटा हाउस को सीज कर दिया। इसका राजफाश बीती 22 जुलाई को पेंटा हाउस में हुई कुर्की के दौरान हुआ। इओडब्ल्यू और गोमतीनगर पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई की थी।
राशिद के कर्मचारी ने ठगी का किया था पर्दाफाश-
डेढ़ साल पहले साल राशिद नसीम की कंपनी में काम करने वाले विजलेश केसरवानी ने पीड़ितों का एक संगठन तैयार किया था। इसके बाद संगठन की ओर से विजलेश ने प्रयागराज हाईकोर्ट में शाइन सिटी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड और कंपनी के निदेशक राशिद नसीम के खिलाफ 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी की रिट दायर की थी।